Mata-Pita Par Kavita, कैसे चूकाएँगे माता-पिता का ऋण

Mata-Pita Par Kavita, कैसे चूकाएँगे माता-पिता का ऋण

रोनेकी एक आवाज पर हमारे माता-पिता भाग आते थे पर शायद हमें उन बातोंका एहसास न होनेके कारण हम उनके प्रति अपनी duty भूल जाते है Mata-Pita Par Kavita

Nari Shakti Par Kavita, Poem On Women Empowerment In Hindi

Nari Shakti Par Kavita, Poem On Women Empowerment In Hindi

अन्याय को हरगिज ना सहेगी, ग़लत हुआ तो लड़ेगी भी, असमानताओं को ये तोड़ेगी, लक्ष्मण की राह अब ये नहीं देखेगी, उसे भी उड़ने की आजादी दो, Poem On Women Empowerment In Hindi

‘नेकियाँ’ Nekiya Poem On Social work

नेकियाँ' Nekiya Poem On Social Work

किसी फ़रिश्ते को शुक्रिया कहने के एहसास मे मेरी कलमने ‘नेकियाँ’ ये कविता लिख दी, पैसे से भी ज्यादा कीमत प्यार और वास्तलय की होती है